आजकल टीवी खोलो तो एक ही खबर है। कोरिया का बाज़ार KOSPI 4000 पहुँच गया। सैमसंग का शेयर 1 लाख वॉन का हो गया। वाह जी वाह!
मगर रुकिए। ये जो आपको ‘चमत्कार’ बोलकर दिखाया जा रहा है, क्या वो पूरा सच है? या इस चमकती इमारत के नीचे ‘घोटाले’ की नींव छुपी है?
जैसे-जैसे इस खबर की परतें खुलती जा रही हैं, वैसे-वैसे दिल्ली से लेकर सियोल तक हड़कंप मचना शुरू हो गया है। यह कोई मामूली तेज़ी नहीं है। यह ‘काली कमाई’ को सफ़ेद करने का एक ऐसा भंडाफोड़ है जिसने जांच एजेंसियों के भी होश उड़ा दिए हैं।
💰 ‘काली कमाई’ की ‘कोरियाई सल्तनत’
मामला तब सवालों के घेरे में आया, जब यह पता चला कि सैमसंग के असली मालिक (ली परिवार) अपना पुश्तैनी टैक्स भरने के लिए अरबों के शेयर बेचने को मज़बूर थे। घर के मालिक अपनी ही कंपनी बेच रहे थे!
और मज़े की बात देखिए… ठीक उसी समय, जब वो बेच रहे थे, कोई ‘अज्ञात’ ताकत खरबों रुपये लगाकर वही शेयर खरीद रही थी।
अब पता चल रहा है कि यह ‘अज्ञात’ ताकत कोई और नहीं, बल्कि भारत से भागा हुआ एक ‘विजय माल्या’ या ‘नीरव मोदी’ जैसा भगोड़ा हो सकता है। शक है कि बैंकों से लूटा गया हज़ारों करोड़ रुपया, जो देश से बाहर गया, वही पैसा घूम-फिरकर कोरियाई बाज़ार में लगाया जा रहा है।
साफ़ भाषा में कहें तो, यह ‘मनी लॉन्ड्रिंग’ का खुला खेल है।
🕵️♂️ क्या ‘अंदर’ का कोई आदमी मिला हुआ है?
अब आते हैं सबसे बड़े ड्रामे पर। यह हज़ारों करोड़ का ‘खेल’ बिना किसी ‘अंदर’ के आदमी के नहीं हो सकता।
सैमसंग का एक बहुत बड़ा और सीक्रेट रिसर्च डिपार्टमेंट है – STAR Labs. और उसका CEO कौन है? एक भारतीय, प्रणव मिस्त्री।
हम यह नहीं कह रहे कि वो मिले हुए हैं। हम बस यह कह रहे हैं कि यह इत्तेफाक बड़ा ‘संदिग्ध’ है। क्या भारत से कोई इस ‘भगोड़े’ की मदद कर रहा है? क्या सैमसंग के ‘अंदर’ किसी ने इस ‘काली कमाई’ को ठिकाने लगाने का रास्ता दिया है?
🚨 यह वो ‘शादी’ है जिसमें सब ‘शामिल’ हैं
जैसे कानपुर वाले डीएसपी की 200 करोड़ी शादी में बड़े-बड़े अफसर और नेता शामिल थे, वैसे ही इस ‘कोरियाई घोटाले’ में भी बड़े ‘सफेदपोश’ लोगों के नाम आ रहे हैं।
यह पैसा सिर्फ एक भगोड़े का नहीं है। शक है कि इसमें भारत के कई ‘चर्चित नेताओं’ और ‘भ्रष्ट अफसरों’ का भी हिस्सा है, जिन्होंने अपना माल ठिकाने लगाने के लिए सैमसंग को चुना।
जब आप और हम दाल-रोटी के लिए मर रहे हैं, तब ये लोग हमारी ‘मेहनत की कमाई’ को लूटकर कोरिया में अपनी ‘100 करोड़ी सल्तनत’ खड़ी कर रहे हैं।
इस खबर को दबाइए मत। इसे इतना शेयर कीजिए कि हर आदमी की ज़बान पर यही सवाल हो: KOSPI 4000… पर यह पैसा किसका है?